श्रीराधा माधव चिन्तन -हनुमान प्रसाद पोद्दार
[1]निशाकालीनसेवा11.उनका अवशेष भोजन ग्रहण करना। 1.श्रीजन्माष्टमी के दिन और उसके बाद दो दिनों तक। |
संबंधित लेख
क्रमांक | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
- ↑ प्रदोष के उपरान्त बारह दण्ड के काल को निशाकाल कहा जाता है।