मस्तक

मस्तक का अर्थ सिर या माथा होता है।

  • हिन्दू धर्म में मस्तक को विशेष महत्त्व दिया जाता है। मस्तक पर ही विभिन्न प्रकार के मांगलिक चिह्न तथा तिलक आदि धारण किये जाते हैं।
  • भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं को मानने वाले लोग उसी के अनुसार अपने मस्तष्क पर तिलक धारण करते हैं।

उदाहरण- भगवान शिव के सिर पर जटाओं का भार छवि बढ़ा रहा था। वे शरीर में भस्म लगाये हुए थे तथा 'मस्तक' पर चन्द्रमा की शोभा हो रही थी। शंकर का मुखमण्डल मुस्कान से भरा था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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