श्रीराधा कृष्ण की मधुर-लीलाएँ
श्रीप्रेम-प्रकाश-लीलापद (राग पीलू, तीन ताल)
(श्रीजी पर्दा की ओर सौं सुनि, घबराय कान बंद करैं; गागर लैकैं जमुना जानौं)
(कबित्त)
|
संबंधित लेख
क्रमांक | विषय का नाम | पृष्ठ संख्या |
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
श्रीप्रेम-प्रकाश-लीलापद (राग पीलू, तीन ताल)
(श्रीजी पर्दा की ओर सौं सुनि, घबराय कान बंद करैं; गागर लैकैं जमुना जानौं)
(कबित्त)
|
क्रमांक | विषय का नाम | पृष्ठ संख्या |