विषय सूची 1 श्रीराधा कृष्ण की मधुर-लीलाएँ 1.1 श्रीठाकुरजी क शयन-झाँकी 2 टीका टिप्पणी और संदर्भ 3 संबंधित लेख श्रीराधा कृष्ण की मधुर-लीलाएँ श्रीठाकुरजी क शयन-झाँकी श्रीकृष्नकी शोभा निकर बिभाकर दुति मेटत सुभ मनि कौस्तुभ अस, सुंदर नंद कुँअर उर पर सोइ लागत उडुजस।। मोहन अद्भुत रूप कहि न आवति छबि ताकी, अखिल अंड ब्यापी जु ब्रह्म आभा है जाकी। परमातम परब्रह्म सबनि के अंतरजामी, नारायन भगबान धरम करि सबके स्वामी।। बाल-कुमार-पुगंड धरम आक्रांत ललित तन, धरमी नित्य किसोर कान्ह मोहत सब कौ मन। अस अद्भुत गोपाल लाल सब काल बसत जहँ याही तैं बैकुंठ बिभव कुंठित लागत तहँ।। टीका टिप्पणी और संदर्भ संबंधित लेख श्रीराधा कृष्ण की मधुर-लीलाएँ क्रमांक विषय का नाम पृष्ठ संख्या 1. श्रीप्रेम-प्रकाश-लीला 1 2. श्रीसाँझी-लीला 27 3. श्रीकृष्ण-प्रवचन-गोपी-प्रेम 48 4. श्रीगोपदेवी-लीला 51 5. श्रीरास-लीला 90 6. श्रीठाकुरजी की शयन झाँकी 103 7. श्रीरासपञ्चाध्यायी-लीला 114 8. श्रीप्रेम-सम्पुट-लीला 222 9. श्रीव्रज-प्रेम-प्रशंसा-लीला 254 10. श्रीसिद्धेश्वरी-लीला 259 11. श्रीप्रेम-परीक्षा-लीला 277 12. श्रीप्रेमाश्रु-प्रशंसा-लीला 284 13. श्रीचंद्रावली-लीला 289 14. श्रीरज-रसाल-लीला 304 15. प्रेमाधीनता-रहस्य (श्रीकृष्ण प्रवचन) 318 16. श्रीकेवट लीला (नौका-विहार) 323 17. श्रीपावस-विहार-लीला 346 18. अंतिम पृष्ठ 369 वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः