एकनवतितम (91) अध्याय: भीष्म पर्व (भीष्मवध पर्व)
महाभारत: भीष्म पर्व: एकनवतितम अध्याय: श्लोक 24-31 का हिन्दी अनुवाद
ऐसा कहकर हिडिम्बाकुमार ने दाँतों से ओठ चबाते और जीभ से मुँह के कोनों को चाटते हुए अपने विशाल धनुष को खींचकर दुर्योधन पर बाणों की बड़ी भारी वृद्धि की। ठीक उसी तरह, जैसे वर्षा ऋतु में मेघ पर्वत के शिखर पर जल की धाराएँ गिराता है।
इस प्रकार श्रीमहाभारत भीष्मपर्व के अन्तर्गत भीष्मवधपर्व में घटोत्कच-युद्धविषयक इक्यानबेबाँ अध्याय पूरा हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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