मरुत्त | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मरुत्त (बहुविकल्पी) |
मरुत्त का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत शान्ति पर्व के अनुसार यह सूर्यवंशी अविक्षित का पुत्र था।
- अविक्षित के पुत्र सुप्रद्धि महाराज मरुत्त ने अपनी समृद्धि के द्वारा देवराज इन्द्र को भी पराजित कर दिया था, उनके यज्ञ में लक्ष्मी देवी स्वयं ही पधारी थी। उस यज्ञ के उपयोग में आये हुए सारे पात्र सोने के बने हुए थे।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 83 |