भक्ति सुधा -करपात्री महाराज
श्रीरासलीलारहस्य
ब्राह्मण यदि दुराचारी भी हो तो भी पूजनीय है। श्रीगोसाईं जी महाराज कहते हैं-
ऐसी ही बात एक स्मृति में भी कही गयी है-
भगवान कृष्ण कहते हैं-
यह बात सुशिक्षित और सदाचार सम्पन्न ब्राह्मणों के लिये ही कही गयी हो ऐसी बात नहीं है। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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