नरमेध पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार प्राचीन काल में किया जाने वाला एक यज्ञ था, जिसमें नर-बलि दी जाती थी।
- नरमेध यज्ञ चैत्र सुदी दशमी से आरम्भ होकर चालीस दिनों में समाप्त होता था।
- आधुनिक काल में यह यज्ञ पूर्णत: समाप्त कर दिया गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 262 |
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