जिह्यग नामक बाण अस्त्र का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। यह किसी एक को लक्ष्य बनाकर दूसरे पर चलाया जाने वाला एक प्रकार का निषिद्ध बाण था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 130 |
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