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मूल फ़ाइल (1,000 × 1,028 चित्रतत्व, संचिका का आकार: 827 KB, माइम प्रकार: image/jpeg)
विवरण (Description) | मार्कण्डेय पुराण, गीताप्रेस गोरखपुर का आवरण पृष्ठ |
आभार (Credits) | गीताप्रेस गोरखपुर |
अन्य विवरण | 'मार्कण्डेय पुराण' आकार में छोटा है। इसके एक सौ सैंतीस अध्यायों में लगभग नौ हज़ार श्लोक हैं। मार्कण्डेय ऋषि द्वारा इसके कथन से इसका नाम 'मार्कण्डेय पुराण' पड़ा। |
फ़ाइल का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगूठाकार प्रारूप | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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सद्य | 15:29, 23 जनवरी 2016 | 1,000 × 1,028 (827 KB) | सिद्धार्थ शुक्ला (वार्ता | योगदान) |
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फ़ाइल का उपयोग
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