चित्रा नक्षत्र

Disamb2.jpg चित्रा एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- चित्रा (बहुविकल्पी)

चित्रा आकाशीय मंडल में चौदहवाँ नक्षत्र है। इस नक्षत्र में जो लोग वृषभ एवं पवित्र गंध का दान करते हैं वे अप्सराओं के लोक में विचरते और नंद वन में रमण करते हैं। स्वाती नक्षत्र में अपनी अधिक-से-अधिक प्रिय वस्तु का दान करके मनुष्य शुभ लोकों में जाता है और इस जगत में भी महान यश का भागी होता है।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 64 श्लोक 1-20

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