गोपेश्वर महादेव वृन्दावन

गोपेश्वर महादेव वृन्दावन
गोपेश्वर महादेव का मन्दिर, वृन्दावन
वर्णन इस प्राचीन शिव मन्दिर की बहुत मान्यता है। कहा जाता है कि जब शंकर जी की इच्छा भगवान की रासलीला देखने की हुए तो वे गोपी का रूप धारण कर वृन्दावन आये उसी स्मृति में यह शिव मन्दिर बना है।
स्थान वृन्दावन, उत्तर प्रदेश
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अन्य जानकारी आज भी संध्या के समय भगवान शिव का गोपीवेश में दिव्य श्रृंगार होता है।
अद्यतन‎

गोपेश्वर महादेव वृन्दावन स्थित प्राचीन शिव का मन्दिर है, इस मन्दिर की बहुत मान्यता है।

  • कहा जाता है कि जब शंकर जी की इच्छा भगवान की रासलीला देखने की हुए तो वे गोपी का रूप धारण कर वृन्दावन आये उसी स्मृति में यह शिव मन्दिर बना है। ऐसे ही समय-समय पर भगवान शंकर ने विभिन्न रूप धारण कर अपने प्रिय आराध्य की लीलाओं का दिग्दर्शन किया।
  • भगवान शंकर का वृंदावन में विचित्र रूप में दर्शन होता है। भगवान श्रीकृष्ण ने वृंदावन में वंशीवट पर महारास किया था, श्रीकृष्ण के रास को देखने के लिए भगवान शंकर को गोपी बनना पड़ा। वृंदावन नित्य है, रास नित्य है, आज भी रास होता है, श्रीगोपेश्वर महादेव नित्य हैं, रास देख रहे हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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