गोपी गीत -करपात्री महाराज पृ. 196

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गोपी गीत -करपात्री महाराज

गोपी गीत 5

श्रीकृष्ण ही व्रजेन्द्रनन्दन गोपकुमार हैं। व्रजवासियों की यह मान्यता है कि पूर्णतम पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण का जन्म नन्द-भवन में ही हुआ; मथुरा में तो देवकीनन्दन कृष्ण का जन्म हुआ था; देवकीनन्दन श्रीकृष्ण ईश्वर थे।
‘श्रीमद्भागवत’ में वर्णन है-लोकोत्तरदामिनी द्युति-विनिन्दक पीतांबर, दिव्यकौस्तुभ मणि, कनक-कुण्डल, मुकुट नूपुर आदि दिव्य भूषण वसन अलंकारों से विभूषित, दिव्य सौन्दर्य सौगन्ध्य वनमाला धारण किए हुए, दिव्य तेजोमय, चतुर्भुज शंख, चक्र, गदा, पद्मधारी श्रीमन्नारायण विष्णु ही कंस के कारागृह में अवतरित हुए; उनके इस स्वरूप के दर्शन से चकित एवं भयभीत देवकी भगवान् से शिशुरूप धारण की प्रार्थना करने लगीं। अपनी वैष्णवी माया द्वारा श्रीमन्नारायण विष्णु प्राकृत बालक हो रोने लगे; भगवत्-प्रेरणा से ही वसुदेव इस शिशु को सूप में विराजमान कराकर मथुरा ले चले। भगवान् की अघटित घटना पटीयसी, मंगलमयी मोहिनी माया के कारण मथुरावासी कंस द्वारा नियुक्त द्वारपालादि सब मोह-निद्रा में निमग्न हो गए।

कारागृह के ताले स्वतः टूट गए और द्वार स्वतः खुल गए। इसी समय, व्रजधाम में ‘नन्दगोपगृहे जाता यशोदा गर्भसंभवा। ततस्तौ नाशयिष्यामि विन्ध्याचलनिवासिनी’ यशोदा के गर्भ से श्रीकृष्ण एवं उनकी सहोदरा योगमाया का प्रादुर्भाव हुआ। योगमाया के प्रभाव से ही इस तथ्य को कोई नहीं जान पाया। बालक श्रीकृष्ण के दर्शन किसी के लिए भी संभव न हुए। यही कारण है कि कृष्ण-जन्माष्टमी की रात्रि ‘मोहरात्रि’ कहलाती है। ‘कालरात्रिर्महारात्रिर्मोहरात्रिश्च दारुणा’ (दुर्गासप्तशती) जिस रात्रि में सब मोह को प्राप्त हुए वही ‘मोहरात्रि’ है। व्रजधाम में नन्द-गृह में यशोदा के गर्भ से आविर्भूत पूर्णतम पुरुषोत्तम परमानन्दकन्द श्रीकृष्ण ही नन्द-आत्मज हैं। ‘नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने जाताह्लादो महामनाः’ इस उक्ति में स्पष्टतः ही श्रीकृष्ण को नन्दात्मज ही कहा गया है।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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गोपी गीत
क्रम संख्या विषय पृष्ठ संख्या
1. भूमिका 1
2. प्रवेशिका 21
3. गोपी गीत 1 23
4 गोपी गीत 2 63
5. गोपी गीत 3 125
6. गोपी गीत 4 154
7. गोपी गीत 5 185
8. गोपी गीत 6 213
9. गोपी गीत 7 256
10. गोपी गीत 8 271
11. गोपी गीत 9 292
12. गोपी गीत 10 304
13. गोपी गीत 11 319
14. गोपी गीत 12 336
15. गोपी गीत 13 364
16. गोपी गीत 14 389
17. गोपी गीत 15 391
18. गोपी गीत 16 412
19. गोपी गीत 17 454
20. गोपी गीत 18 499
21. गोपी गीत 19 537

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