विषय सूची
श्रीगीतगोविन्दम् -श्रील जयदेव गोस्वामी
तृतीय: सर्ग:
मुग्ध-मधुसूदन:
अथ सप्तम सन्दर्भ
7. गीतम्
शिवके धोखे 'अशिव' कृत्य क्यों करते मनसिज भोले! बालबोधिनी- कामदेव ने मानो श्रीकृष्ण से कहा मेरे शरीर को जलाने वाला वह शिव तो शत्रु है ही, परन्तु आप भी मेरे शासन का उल्लंघन करने वाले हैं, अत: आप पर भी बाणों का अनुसन्धान करूँगा। तब श्रीकृष्ण काम को उपालम्भ देते हुए कहते हैं कि हे मनसिज! मत लो हाथ में आम के बौरों का बाण। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
सर्ग | नाम | पृष्ठ संख्या |