गीता अमृत -जोशी गुलाबनारायण
अध्याय- 1
अर्जुन विषाद-योग
अर्जुन विषाद-योग
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ (4) दस हजार योद्धाओं से युद्ध करने वाला महारथी कहलाता था।
- ↑ (5) योद्धा: शूरवीर।
- ↑ (6) सात्यकि:- यह यादव था सात्वत वंश के राजा शिनि का पुत्र तथा कृष्ण का सारथी था। सात्यकि को धनुष विद्या अर्जुन ने ही सिखाई थी और कौरव पक्ष के भूरिश्रवा योद्धा को सात्यकि ने ही मारा था।
- ↑ (7) विराटः - यह मत्स्य देश का राजा था। पाण्डवों ने एक वर्ष का अज्ञातवास छद्मवेश में विराट राजा के यहाँ व्यतीत किया था। विराट की कन्या उत्तरा से अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु का विवाह हुआ था। महाभारत युद्ध के बाद जो हस्तिनापुर का राजा परिक्षित नाम का हुआ वह उत्तरा से अभिमन्यु का पुत्र था।
- ↑ (8) द्रुपदराजः - इनका वृत्तान्त अवतरणिका पृष्ठ 13 पर देखो।
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