- (71) ततः शासनमुक्तिः - 3
17. ‘अश्नामि’-राक्षसः
18. हुतात्म-परंपरा
19. अजरामरः सुक्रातः
- (72) आत्मशक्तेर् भानात् - 2
20. किमाश्वस्तो निद्राति?
21. विश्वशक्तिमाश्वस्तः
- (73) आविः संनिहिततरम् - 8
22. द्रष्टृं भूमिका प्रथमा
23. नैतिकी द्वितीया
24. नैतिक्यामनुमंता
25. श्रांता तृतीया
26. श्रांतस्य सख्याय भर्ता
27. भोक्तृ-भूमिका चतुर्थी
28. माहेश्वरी पंचमी
29. एवं परमात्मशक्तेराविष्कारः
- (74) विंशत्या - 3
30. खिस्तबलिदानमंत्र मननीयम्
31. सद्गुण-संवर्धनमेव ज्ञानम्
32. ज्ञानदेवेनाविष्कृतम्