श्रीकृष्णांक
श्रीकृष्ण की नित्य-लीला
पाण्डवों के सखा श्रीकृष्ण, पार्थसारथि श्रीकृष्ण, कुरुक्षेत्र महायुद्ध के नियामक और गीता के उपदेश श्रीकृष्ण, यह एक रूप है। मथुरा और द्वारका में महावीर महायोद्धा राजराजेश्वर श्रीकृष्ण यह दूसरा रूप है और गोकुल, व्रज तथा वृन्दावन में नन्दनन्दन श्रीकृष्ण, रसिकशेखर श्रीकृष्ण यह उनका तीसरा रूप है। श्रीकृष्ण का प्रकाश त्रिविध है, श्रीकृष्ण, तीनों में एक हैं एकमें तीनों हैं। भारत के तत्वदर्शी महर्षिगण सदा से ही कहते आये हैं कि परमेश्वर तीनों में एक और एक में तीनों है। वह सच्चिदानन्द सत्, चित्, आनन्द है; वह सत्य शिव, सुन्दर है; वह ब्रह्म, परमात्मा, भगवान है; उसमें तीनों ही शक्ति परिपूर्ण मात्रा में है— ज्ञानशक्ति, क्रियाशक्ति और इच्छाशक्ति। श्रीकृष्ण-भक्त पौराणिक ऋषियों ने और उनके अनुगत साधकों ने श्रीकृष्ण की लीला में परमेश्वर या स्वयं भगवान का प्राकट्य अथवा प्रकाश प्रत्यक्ष देखा है। God on earth in earthly affairs. श्रीभगवान के जिन स्वरूप, तत्व, स्वभाव या रहस्य का इन सब ऋषियों ने अपने गम्भीर अन्तस्तल में अनुभव किया था, उन्हीं तत्व और रहस्यों को इन्होंने श्रीकृष्ण की मर्त्यलीला या नर-लीला की घटनाओं के अन्दर घनीभूतरूप में देखा या देखने की चेष्टा की। इन्होंने अर्न्तमुखी होकर आन्तरिक अनुभव की सहायता से बाहर तक अभिनय की हुई घटनाओं को ऋषि थे, ये अन्दर से बाहर आते थे और अन्दर की ही सहायता से बाहर का अनुभव करते थे। यही इनकी पद्धति थी।They saw the universe from within. श्रीकृष्ण ही परमेश्वर हैं, भगवान हैं। जैसे परमेश्वर त्रिविध प्रकाश है, वैसे ही लीला में अवतीर्ण श्रीकृष्ण का भी त्रिविध प्रकाश है। कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण पूर्ण, सत् और ज्ञानशक्तिप्रधान हैं। द्वार का और मथुरा में श्रीकृष्ण पूर्णतर चित और क्रियाशक्ति प्रधान हैं एवं श्रीवृन्दावन में श्रीकृष्ण पूर्णतम आनन्द और इच्छाशक्ति— प्रधान हैं। ʻमै हूँʼ—इसमें किसी को सन्देह नहीं है ʻनहि कश्रिचत् संदिग्धे अहं वा नाहं वेतिʼ मैं हूँ या नहींʼ, इस सम्बन्ध में किसी को सन्देह नहीं है। None doubts am i am i not ʻमैं हूँ यह सत् है I know i am और ʻमैं हूँʼ का बोध ही चित् है। इस सत्ता और सत्ताबोध के मूल में स्थित रहकर जो इनको व्यक्त करता है, ये सत्ता और बोध जिसमें परिणति प्राप्त करने के लिये सदा-सर्वदा चेष्टा करते रहते हैं उसी का नाम आनन्द है। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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