कपिध्वज | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कपिध्वज (बहुविकल्पी) |
कपिध्वज महाभारत के अनुसार वह दिव्य रथ था, जो पांडव अर्जुन को प्राप्त हुआ था तथा जिसका सारथित्व स्वयं श्रीकृष्ण ने किया था।
- खांडव वन को जलाने हेतु अग्नि देव ने वरुण देव के पास से कपिध्वज नामक अजेय रथ अर्जुन को दिया था।
- इस रथ की ध्वजा पर महावीर जी की मूर्ति बनी थी।[1][2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत आदिपर्व, खांडवदाह की कथा
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 84 |