एहो नंदलाल ऐसी व्याकुल परी है बाल -पद्माकर एहो नंदलाल! ऐसी व्याकुल परी है बाल, हाल ही चलौ तौ चलौ, जोरे जुरि जायगी। कहैं पद्माकर नहीं तौ ये झकोरे लगै, ओरे लौं अचाका बिन घोरे घुरि जायगी सीरे उपचारन घनेरे घनसारन सों, देखत ही देखौ दामिनी लौं दुरि जायगी। तौही लगि चैन जौलौं चेतिहै न चंदमुखी, चेतैगी कहूँ तौ चाँदनी में चुरि जायगी संबंधित लेख - वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः