आग्रयण | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- आग्रयण (बहुविकल्पी) |
आग्रयण पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार एक प्रकार का यज्ञ है, जो नई फ़सल आने पर किया जाता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 128 |
संबंधित लेख
|