अग्निकुण्ड हिन्दू मान्यताओं तथा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भूमि के नीचे जो पाँच भयानक नरक हैं, उनमें से चौथा है।[1] यह रौरव नरक की अपेक्षा दूना दुःख देने वाला है। यहाँ महान अमानुषिक दुःख भोगने पड़ते हैं। इस भीषण नरक में पापाचारी प्राणी दुःख भोगते हैं।
- पृथ्वी के नीचे जो पाँच भयानक नरक माने जाते हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं-