अंगुलित्राण का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में मिलता है। यह एक प्रकार का अंगुश्ताना[1] था, जो युद्ध में बाण आदि चलाते समय उँगलियों की रक्षा के लिए पहना जाता था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 129 |
- ↑ युद्ध के समय अंगुलियों की रक्षा हेतु पहना जाने वाला दस्ताना
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