हिरण्याक्ष

Disamb2.jpg हिरण्याक्ष एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- हिरण्याक्ष (बहुविकल्पी)

हिरण्याक्ष दक्ष प्रजापति की पुत्री दैत्यमाता दिति के गर्भ से उत्पन्न कश्यप ऋषि के एक पुत्र थे तथा हिरण्यकशिपु के भाई थे।

  • पूर्वजन्म में यह विजय नामक विष्णु का द्वारपाल था, पर सनकादिक के शाप से असुर हो गया था।[1]
  • वृषपर्वा की पुत्री उपदानवी से इस प्रसिद्ध दैत्य का विवाह हुआ था।
  • यह पृथ्वी को उठा पाताल ले गया था। भगवान विष्णु ने वराह अवतार लेकर इसका वध किया और पृथ्वी का उद्धार किया था।
  • यही पुनर्जन्म में रावण के भाई थे[2]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 552 |

  1. रामच. मान. बाल. 121-222
  2. रामच. मानस. बाल कां. 122|1; शिवपु. रुद्र संहिता, खंड 5, अध्याय 42; भाग. 6.6.34, 37; 7.2.18-27

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