हिरण्मय महाभारत के भूगोल के अनुसार जंबूद्वीप का एक विभाग है। विष्णुपुराण[1] में हिरण्य को रम्यक के उत्तर ओर उत्तर कुरु के दक्षिण में बताया गया है-
‘रम्यकंचोत्तरं वर्ष तस्यैवानु हिरण्मयम्,
उत्तराः कुरवःश्चैव तथा वै भारत तथा’।
- इस प्रकार इसकी स्थिति साइबेरिया के दक्षिण भाग मंगोलिया के परिवर्ती प्रदेश में मानी जा सकती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विष्णुपुराण 2, 3, 13