सर्पयज्ञ

सर्पयज्ञ हिन्दू पौराणिक ग्रन्थ महाभारत के अनुसार एक यज्ञ का नाम है, जिसे सर्पों के विनाश के लिए, अभिमन्यु के पौत्र और राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय ने किया था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 113 |


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