मीराँबाई की पदावली
विरह निवेदन
राग पूरिया कल्याण
सजन सुध ज्यूँ जाणे त्यूँ लीजै हो ।। टेक ।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सजन = प्रियतम। ज्यूँ जाणे ज्यूँ = जैसे समझें वैसे, जैसे हो वैसे, सभी प्रकार। रावरी = आपकी, अपनी। निन्दरा = निन्द्रा, नींद। पल-पल = बराबर। छीजै = दुबला पतला होता जाता है। बिछड़न = बिछोह, वियोग।
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