लम्बोदर

लम्बोदर भगवान गणेश जी का एक अन्य नाम है।

  • पुण्यक-व्रत में गणेश को नाना प्रकार के द्रव्य समर्पित किये जाते हैं, जिन्हें खाकर उनका उदर लंबा हो जाता है; अतः वे इस कारण ‘लम्बोदर’ कहलाते है।[1]
  • पौराणिक हिन्दू धर्म में शिव परिवार के देवता के रूप में गणेश का महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्रत्येक शुभ कार्य से पहले गणेश की पूजा होती है।
  • भगवान गणेश के निम्नलिखित बारह नाम अत्यन्त प्रसिद्ध हैं। इन नामों का पाठ अथवा श्रवण करने से विद्यारम्भ, विवाह, गृह-नगरों में प्रवेश तथा गृह-नगर से यात्रा में कोई विघ्न नहीं होता है।
गणेश के नाम
सुमुख एकदन्त कपिल गजकर्णक
लम्बोदर विकट विघ्ननाशक विनायक
गणाध्यक्ष द्वैमातुर गणाधिप गजानन


Seealso.jpg इन्हें भी देखें: गणेश

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ब्रह्म वैवर्त पुराण पृ. 426

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः