रुद्रपद का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। 'महाभारत वन पर्व' के अनुसार यह एक तीर्थ का नाम था, जहाँ की यात्रा कर शिव जी की पूजा करने से अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 447 |
- ↑ महाभारत वन पर्व 82.100