राजपुर नामक एक प्राचीन नगर का उल्लेख महाभारत, द्रोणपर्व[1] में हुआ है। महाभारत के इस उल्लेख में कर्ण का राजपुर पहुँचकर कांबोजों को जीतने का वर्णन है-
'स्वबाहुबलवीर्येण धार्तराष्ट्रजयैषिणा कर्णराजपुर गत्वा कांबोजा निर्जितास्तवया।'
- चीनी यात्री युवानच्वांग ने भी इस स्थान का अपने यात्रावृत में उल्लेख किया है।[2]
- कनिंघम ने राजपुर का अभिज्ञान पश्चिमी कश्मीर में स्थित राजौरी से किया है।[3]
- महाभारत में कलिंग देश की राजधानी का नाम भी राजपुर है-
'श्रीमद्राजपुरं नाम नगरं तत्र भारत, राजनः शतशस्तत्र कन्यार्थे समुमागमन्।'[4]
- राजपुर के राजा चित्रांगदा की कन्या का हरण दुर्योधन ने कर्ण की सहायता से किया था।
- कंबोडिया के प्राचीन वीरपुर का नाम भी राजपुर था। यह प्राचीन भारतीय उपनिवेश चंपापुरी के दक्षिणी प्रांत पांडुरंग की राजधानी थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ द्रोणपर्व 4-5
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 782 |
- ↑ ऐशेंट ज्योग्रेफी ऑव इंडिया, 192 पृ. 148
- ↑ महाभारत, शांतिपर्व, 4, 3