रत्नाकर कुण्ड, कोकिलावन
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विवरण | 'रत्नाकर कुण्ड', कोकिलावन में स्थित श्रीकृष्ण-राधा सम्बंधित प्रमुख स्थान है। मन्यता है कि राधा जी व उनकी सखियों ने दूध से इस कुण्ड को प्रकट किया था। |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | मथुरा |
प्रसिद्धि | हिन्दू धार्मिक स्थल |
कब जाएँ | कभी भी |
बस, कार, ऑटो आदि | |
संबंधित लेख | मथुरा, राधा, कृष्ण, कोकिलावन, ब्रज, वृन्दावन आदि। |
अन्य जानकारी | समस्त पापों को क्षय करने वाला तथा धन-धान्य प्रदान करने वाला यह सरोवर भक्तों को श्रीराधा-कृष्ण युगल की अहैतुकी भक्ति रूप महारत्न प्रदान करने वाला है। |
अद्यतन | 12:04, 23 जुलाई 2016 |
रत्नाकर कुण्ड नन्दगांव से तीन मील उत्तर और जावट ग्राम से एक मील पश्चिम में पड़ने वाले कोकिलावन में स्थित है। इस स्थान का सम्बंध श्रीराधा-कृष्ण से है।
- राधा जी की सखियों ने अपने-अपने घरों से दूध लाकर इस सरोवर को प्रकट किया था।
- इस सरोवर से नाना प्रकार के रत्न निकलते थे, जिससे सखियाँ राधिका जी का श्रृंगार करती थीं-
'सख्या: क्षीरसमुद्भुत रत्नाकरसरोवरे। नाना प्रकाररत्नानामुद्भवे वरदे नम: ॥'[1]
- समस्त पापों को क्षय करने वाला तथा धन-धान्य प्रदान करने वाला यह सरोवर भक्तों को श्रीराधा-कृष्ण युगल की अहैतुकी भक्ति रूप महारत्न प्रदान करने वाला है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नारद पंचरात्र
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