मानस | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मानस (बहुविकल्पी) |
मानस का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत आदिपर्व के अनुसार यह जनमेजय के सर्पयज्ञ में जला एक साँप था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 85 |