भोजकट

भोजकट हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार एक प्राचीन स्थान जहाँ रुक्मिणी के भाई रुक्मी इस स्थान पर निवास करते थे।

  • भोजकट का प्राचीन नाम 'इलिचपुर' भी था, जो बरार में है।
  • भगवान श्रीकृष्‍ण ने जहाँ युद्ध में शत्रुवीरों का हनन करने वाले रुक्‍मी को हराया था, वहीं रुक्‍मी ने भोजकट नामक उत्‍तम नगर बसाया तथा हाथी-घोडों वाली विशाल सेना से सम्‍पन्‍न वह 'भोजकट' नामक नगर सम्‍पूर्ण भूमण्‍डल में विख्‍यात था।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत उद्योग पर्व अध्याय 158 श्लोक 1-23

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