पंकजवन का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह गया में स्थित एक पवित्र वन का नाम था।
- यहाँ पांडुशिला है जहाँ श्राद्ध करने का बड़ा माहात्म्य है।
- युधिष्ठिर ने यहाँ श्राद्ध किया था।
- पांडु के आशीर्वाद से उन्हें यहाँ राज्य और अन्त में स्वर्ग प्राप्त हुआ था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 68 |