च्यवनाश्रम हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार एक पवित्र स्थान था, जहाँ काशिराज की कन्या ने कठोर व्रत का आश्रय ले स्नान किया था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|
च्यवनाश्रम हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार एक पवित्र स्थान था, जहाँ काशिराज की कन्या ने कठोर व्रत का आश्रय ले स्नान किया था।[1]
|