चमसोद्भेद नामक एक प्राचीन तीर्थ का उल्लेख हिन्दू धार्मिक ग्रंथ महाभारत में मिलता है।
- यह प्रभास क्षेत्र के निकट स्थित एक तीर्थ स्थान है, जहाँ से सरस्वती नदी का लोप हो गया है।
- इस स्थान पर स्नान करने का बड़ा ही माहात्म्य ग्रंथों में लिखा है।[1][2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 169 |