चक्रधर भगवान विष्णु को कहा गया है। चक्र धारण करने के कारण विष्णु का यह एक नाम है, जिससे श्रीकृष्ण का भी बोध होता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 167 |