काली | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- काली (बहुविकल्पी) |
काली हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। यह सुन्दरी रूप वाली भगवती दुर्गा का काला और भयप्रद रूप है, जिसकी उत्पत्ति राक्षसों को मारने के लिये हुई थी।
- काली को ख़ासतौर पर बंगाल और असम में पूजा जाता है।
- देवी काली की व्युत्पत्ति काल अथवा समय से हुई है, जो सबको अपना ग्रास बना लेता है। माँ का यह रूप नाश करने वाला है; पर यह रूप सिर्फ उनके लिए है, जो दानवीय प्रकृति के हैं, जिनमें कोई दयाभाव नहीं है।
- देवी मां का यह रूप बुराई से अच्छाई को जीत दिलाने वाला है। अत: माँ काली अच्छे मनुष्यों की शुभेच्छु हैं और पूजनीय हैं। इनको महाकाली भी कहते हैं।
- महाभारत भीष्म पर्व के उल्लेखानुसार यह दुर्गा देवी का ही एक प्रसिद्ध नाम है।[1]
- मुख्य मंत्र
सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति-समन्विते।
भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तुते।।[2]
- काली को शाक्त परम्परा की दस महाविद्याओं में से एक भी माना जाता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत भीष्म पर्व अध्याय 23 श्लोक 1-17
- ↑ दुर्गा सप्तशती
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