कपिल हिन्दू पौराणिक मान्यताओं और महाभारत के अनुसार प्राचीन समय के एक ऋषि थे, जिन्हें भगवान विष्णु का पचंम अवतार माना जाता है।
- इनकी माता का नाम देवहुती व पिता का नाम कर्दम था। कपिल मुनि की माता देवहुती ने विष्णु के समान पुत्र की कामना की थी। अतः भगवान विष्णु ने स्वयं उनके गर्भ से जन्म लिया था।
- कर्दम जब सन्न्यास लेकर वन जाने लगे तो देवहुती ने कहा, "स्वामी मेरा क्या होगा?" इस पर ऋषि कर्दम ने कहा कि "तेरा पुत्र ही तुझे ज्ञान देगा।" समय आने पर कपिल ने माता को जो ज्ञान दिया, वही 'सांख्य दर्शन' कहलाया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 30 |
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