अक्रूर घाट मथुरा और वृन्दावन के बीच में ब्रह्महृद नामक एक स्थान को कहा जाता है। श्रीकृष्ण ने यहीं पर अक्रूर को दिव्य दर्शन कराए थे। ब्रज क्षेत्र का यह भी एक प्रमुख तीर्थ माना जाता है और वैशाख शुक्ल नवमी को यहाँ मेला लगता है। वृन्दावन आते हुए अक्रूर ने मार्ग में यमुना में कृष्ण तथा बलराम के दिव्य रूप के दर्शन किये अर्थात भगवान अनंत की गोद में कृष्ण को देखा।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हरि0 ब0 पु0, विष्णु पर्व, 25 26
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