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- कृपा सिधु हरि कृपा करौ हो -सूरदास
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- कृपाचार्य, द्रोणाचार्य तथा अश्वत्थामा के साथ सात्यकि का युद्ध
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- कृपाचार्य का अश्वत्थामा को द्रोणवध का वृत्तान्त सुनाना
- कृपाचार्य का कर्ण को फटकारना और युद्ध हेतु अपना विचार बताना
- कृपाचार्य का दुर्योधन को संधि के लिए समझाना
- कृपाचार्य का धृतराष्ट्र को कौरव-पांडवों की सेना के विनाश की सूचना देना
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- कृपाचार्य द्वारा कर्ण को फटकारना
- कृपाचार्य द्वारा युधामन्यु की एवं कृतवर्मा द्वारा उत्तमौजा की पराजय
- कृपाचार्य द्वारा शिखण्डी की पराजय
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